सिद्धियों का मतलब क्या होता है?
तो दोस्तों स्वागत है आपका आज के हमारे एक और नए ब्लॉग में, आज के इस आर्टिकल में हम आपको हनुमान जी की सिद्धियों के बारे में बताने वाले हैं। आप सभी अपने घर में हनुमान जी की पूजा तो करते ही होंगे, और आपने उनकी पूजा करते करते hanuman chalisa का भी पाठ जरूर किया होगा। तो क्या आपने कभी हनुमान चालीसा पढ़ते-पढ़ते यह ध्यान दिया है कि हनुमान जी को कितनी सिद्धियां प्राप्त थी, अगर नहीं तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि हनुमान जी को कितनी सिद्धियां प्राप्त थी, साथ ही साथ हम आपको उन सभी सिद्धियों के बारे में भी बताने वाले हैं। इसलिए यह सब जानने के लिए इस आर्टिकल में आखिरी तक बने रहें, तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
वैसे तो हम आपको यह बताने वाले हैं कि हनुमान जी को कितनी सिद्धियां प्राप्त थी, और उन सभी सिद्धियों के क्या नाम थे। लेकिन चलिए सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि आखिर सिद्धियों का मतलब क्या होता है। आपने यह तो सुना ही होगा कि पहले जमाने के ऋषि मुनि तपस्या करते थे जिनसे उन्हें कई प्रकार की पारलौकिक एवं आत्मिक शक्तियां प्राप्त होती थी, अतः साधना एवं तपस्या करके कई प्रकार की पारलौकिक एवं आत्मिक शक्तियां प्राप्त होती है, उसे ही सिद्धियां कहा जाता है। वैसे तो हिंदू धर्म में कई प्रकार की सिद्धियां है, लेकिन इनमें से आठ सिद्धियों को ही बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है, और इन्हें अष्ट सिद्धियां कहकर पुकारा जाता है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि आखिर इन सिद्धियों से हनुमान जी का क्या संबंध है।
हनुमान जी की सिद्धियां
अगर हनुमान जी की सिद्धियों की बात करें तो हनुमान जी को आठ सिद्धियां प्राप्त है, और यह वही आठ सिद्धियां है जिसे कि हिंदू धर्म में बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है, और इसे अष्ट सिद्धियों के नाम से पुकारा जाता है। अगर आपको जानना है कि हनुमान जी को कितनी सिद्धियां प्राप्त है, तो आप गोस्वामी तुलसी जी द्वारा रचित hanuman chalisa को पढ़कर यह जान सकते हैं कि हनुमान जी को कितनी सिद्धियां प्राप्त है। Hanuman chalisa में तुलसीदास जी ने साफ-साफ यह बताया है कि हनुमान जी आठ सिद्धियों यानी की अष्ट सिद्धियों से संपन्न है। तो क्या आप जानना चाहते हैं कि हनुमानजी को कौन-कौन सी सिद्धियां प्राप्त थी, तो चलिए इसके बारे में भी हम आपको बताते हैं।
हनुमान जी की 8 सिद्धिया
हमने आपको बताया कि हनुमान जी को आठ सिद्धियां प्राप्त थी, तो उन आठ सिद्धियों के नाम है =
मणिमा, गरिमा, अणिमा, लघिमा ,प्राप्ति, ईशित्व, वशित्व, एवं प्रकाम्य। तो यह थे वे आठ सिद्धियां जो कि हनुमान जी को प्राप्त है, और इन सभी आठ सिद्धियों का अर्थ अलग-अलग होता है। यह सभी हनुमान जी की सिद्धियां ही हैं जिन्हें आप उनके गुण के तौर पर समझ सकते हैं।
Conclusion
तो जैसा कि हमने आपको बताया कि हनुमान जी को अष्ट सिद्धियां प्राप्त है, तो ऐसे में अगर आप उन्हें प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, तो इससे आपको बहुत ही ज्यादा सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही साथ आपके ऊपर हनुमान जी की भी कृपा बनी रहती है, जिससे कि आपको किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होती है। इसलिए आपको hanuman chalisa का नियमित पाठ करना चाहिए।